चीन उइगर मुस्लिमों के साथ पिछले कुछ दशकों से ही कितना अमानवीय व्यवहार कर रहा है इस बात की जानकारी पूरी दुनिया को ही है। बार बार इस विषय पर अनेक तरह के समाचार ,खबरें ,और वीडिओज़ दुनिया के सामने लाए जाते रहे हैं जिनमे उइगर मुस्लिमों पर चीनी पुलिस एवं सेना द्वारा भयंकर यातना ढाई जा रही है।
पूरी दुनिया में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में सबसे बदनाम देश चीन , जहाँ एक तरफ अपनी विस्तारवादी नीति को बढ़ावा देने के लिए दक्षिण एशिया क्षेत्र में अपनी मनमानी करने पर आमादा रहता है वहीँ दूसरी तरफ अपने ही देश के नागरिकों के साथ बहुत ही दोयम दर्ज़े का व्यवहार करता है।
अब चीन के एक पुलिस अधिकारी ने एक बार फिर से पूरी दुनिया के सामने स्वीकार किया है कि कैसे चीन में लाखों उइगर मुस्लिमों पर भयानक जुल्म ढाए जा रहे हैं। उन्हें कई कई दिनों तक भूखा प्यासा रख कर कुर्सियों से बाँध दिया जाता है। उन्हें कई दिनों तक सोने नहीं दिया जाता और ज़रा सी झपकी आने पर भयंकर यातनाएं दी जाती हैं।
पुलिस अधिकारी जियांग जो कई वर्षों तक चीन की पुलिस सेवा में थे उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि , चीन में छोटे छोटे अपराध में भी उइगरों को पकड़ कर लम्बे समय के लिए जेल में डाल कर घोर यातनाएं दी जाती हैं। महिलाओं और बच्चों तक को नहीं बख्शा जाता। और तो और बहुतों के गुप्तागों पर करंट लगाया जाता है और कोड़े बरसाए जाते हैं।
हैरानी और दुःख की बात ये है कि पूरी दुनिया में 56 मुल्क होने का दावा करने वाले , पूरी दुनिया को अपनी मज़हबी कट्टरता से डरा धमका कर रखने वाले तमाम मुस्लिम देश और उनके रहनुमाओं ने जाने किन कारण से चीन के इन बदनसीब मुस्लिमों को यूँ नर्क की तरह जीने मरने के लिए छोड़ दिया है। और तो और चीनी सरकार के आदेश पर उइगरों की बस्ती और उनके कब्रिस्तान तक खोद डाले गए हैं।