मूलतः बिहार के मधुबनी जिले का निवासी जिसका जन्म सैनिक अस्पताल जबलपुर(मध्यप्रदेश) में हुआ था. पिताजी भारतीय सेना की सेना चिकित्सा कोर में और माताजी गृहणी थी.
तीन भाई बहन में दूसरे स्थान पर. फौजी परिवार में होने के कारण देश भर के अलग अलग राज्यों के केंद्रीय विद्यालय में पूरी हुई. स्नातक अंग्रेजी(प्रतिष्ठा) के पश्चात राजधानी दिल्ली का रुख किया. वर्ष 1997 में पत्रकारिता व जनसंचार में डिप्लोमा. वर्ष 1998 में जिला एवं सत्र न्यायधीश कार्यालय तीस हजारी न्यायलय में बतौर कनिष्ठ न्यायिक सहायक के रूप में चयन. सेवा में रहते हुए विधि की शिक्षा भी पूरी की | सम्प्रति जिला एवं सत्र न्यायाधीश कार्यालय ,तीस हज़ारी न्यायालय में बतौर प्रशासनिक प्रमुख पदस्थापित हूँ |
लिखने पढने का शौक कब आदत बनी और कब आदत से जूनून बन गयी पता नहीं चला. कभी निर्बाध निरंतर तो कभी मंथर लेखनी कहती रहती है, चलती जाती है. ब्लॉग से लेकर विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में लगभग 1500लेख, व्यंग, कहानी, सामयिक टिपण्णी आदि प्रकाशित. लिखने के अतिरक्त बागवानी , पर्यटन (देश के लगभग 50 से अधिक नगरों शहरों का भ्रमण कर चुका हूँ अब तक ) ,पुस्तक प्रेमी और संगीत बेहद प्रिय है मुझे |