शंकर भगवान ने खुद बचाई हजारों लोगों की जान

 

यूँ तो इस सृष्टि का एक एक कण और एक एक क्षण खुद आदि देव महादेव शिव का ही है और शिव में ही है | शिव पालक भी है और संहारक भी | फिर जब महीना ही सावन का चल रहा हो तो फिर धरती अम्बर , पाताल समुद्र सब कुछ शिव ही शिव है | कहते हैं शिव जिसे बचाने को उद्धत हों उसे काल भी नहीं छू सकता | इसका एक उदाहरण तो केदारनाथ में हुई भीषण त्रासदी थी जिसके बीच में फंसे लोग भी कैसे शिव कृपा से मौत के मुंह में जाकर बाहर निकल आए थे |

ऐसी ही एक घटना हाल ही में हरिद्वार ,हर की पौड़ी में घटी | इन दिनों सावन चल रहे हैं जब काँवड़ यात्रा अपने चरम पर होती है और हज़ारों लाखों की भीड़ हरिद्वार के चप्पे चप्पे पर। हर हर महादेव और बोल बम का जयकारा लगा रही होती है | लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण इस कांवड़ यात्रा पर रोक लगी हुई है |

 

कल गिरी आकाशीय बिजली से ध्वस्त हुआ हरिद्वार का पौड़ी क्षेत्र

कल हरिद्वार में आकाशीय बिजली गिरी और ठीक हर की पौड़ी का बहुत सारा क्षेत्र पूरी तरह से ध्वस्त और तबाह हो गया |

कल्पना करिये यदि , आज ये काँवड़ यात्रा सुचारु रूप से पहले की तरह चल रही होती तो जाने कितने ही भोले के भक्तों की जान चली जाती | प्रभु इच्छा प्रभु ही जानें और वो कहते हैं न कि हर बात में कुछ न कुछ अच्छा होता ही है ऐसे में स्थानीय पुजारी सन्यासी यही कह रहे हैं की शिव को सबको बचाना था इसलिए ये सब तय था पहले ही | हर हर महादेव |

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