अभूतपूर्व बलिदान : ससोदिया साब के बा(ह)र आने तक : कोई भी _____ को हाथ नहीं लगाएगा

                                डिप्टी साब की जमानत अर्ज़ी सीबीआई कोर्ट से दूसरी बार भी खारिज हो ली और वे अगले अड़तालीस घंटेतक सी बी आई की पेसल वाली रिमांड पर रहेंगे , भई खबर तो दिल तोड़ने वाली है , न न न मतलब इधर लोगबाग सुना है -हज़ारों चिट्ठी पत्री लिखे हैं सब अपने शिक्षा अंकिल को , बहुत भारी प्यार और भारी मन से लिखे हैं बच्चे सब , और इस चिट्ठी को  एकत्रित करने के लिए बाकयदा टेबुल कुर्सी लगा था इस्कूल सबमें , नाम था हेल्प डेस्क , सोचिये अगर बच्चे में से कोई पूछ देता कि अंकल हेल्प डेस्क की जरूरत तो  डिप्टी अंकल श्री सिसोदिया जी को ज्यादा नहीं है आज , खैर तो सिर्फ चार दिन की हवालात में रहने की खबर से आहत कुछ नौनिहालों ने अंकिल को सूचना दी है कि पूरे 96 घंटे तक वे सब बराबर उसी स्पीड पर पढ़ लिख रहे हैं जित्ती इस्पीड पर अंकल जी पढ़वा रहे थे।

तो ये तो हुआ बच्चों की भावनाओं का सम्मान , मगर प्यार बेशुमार हो , बारबार हो , लगातार हो , तो जिम्मेदारी और कुर्बानी भी भौत बी बड्डी बड्डी देनी ही पड़ती है , और चारा भी क्या रह जाता है , जब एक सीएम अपने डेपुटी से थोड़े से कम मुनिस्टर तक की कुर्बानी दे रहे हों तो फिर समर्थकों का भी कुछ फ़र्ज़ बनता है कि नहीं , तो सबने अब ये मन बना लिया है और तय कर लिया है कि , जब तक अभूतपूर्व शिक्षा मंत्री से भूतपूर्व शराब मंत्री बन गए सिसोदिया जी , जेहल की प्रताड़ना और सीबीआई की पेसल पूछताछ के शिकंजे से बाहर नहीं आ जाते और बकौल आम आदमी पार्टी के कहा जाए तो मोदी जी द्वारा फैलाए गए चक्र चाल से बाहर निकल कर नहीं आते तब तक , चाहे कितने ही दिन महीने और लग जाएं , वे तब तक मदिरा , सोम , दारू , बियर , को हाथ नहीं लगाएंगे , यहां तक कि चखने से भी परहेज़ रखने की हिम्मत दिखाने तक के स्तर का आंदोलन करने का मन बना चुके हैं।

उन्हें पूरा यकीन है कि “तुम एक पैसा दोगे , वो दस लाख देगा” वाले महान कर्मठ सिद्धांत की तर्ज़ पर यदि वे एक _____ छोड़ेंगे तो कल होकर उनको ही दस ____मुफत मुफूत मुफ्त वाली जनकल्याणकारी योजना का पूरा पूरा लाभ मिलेगा सो अलग।  लोगों ने अपने इस घनघोर फैसले की घोषणा सड़ जी को टेलिभिजन ,रेडियो , आकाशवाणी और तमाम अखबार , फेसबुक टुईटर सब पर लहालोट होकर करने का आवेदन निवेदन भेजा है , लेकिन सड़ जी अचानक ही इतने सारे डिपार्टमेंट के लिए अपने हिसाब के मॉनिटर ढूंढने में बिज्जी हैं कि वे प्रचार गाडी के लिए टेम ही नहीं निकाल पा रहे , पंजाब वाले मान साब भी अटक गए , जब ओरिजिनल ही नहीं बन रही है तो फिर उसकी कॉपी करें भी कैसे।  

नारायण नारायण , दिल्ली की साफ़ सुथरी अदालत और चकाचक जेल का लाभ देर सवेर सभी अपने अपने कर्मों के हिसाब से उठाने के लिए कतार में एक एक करके सभी हैं , सबका नंबर आएगा। …फिर से सुनिए सबका नंबर आएगा

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