चीनी प्रशासन अपने नागरिकों को नियंत्रित करने के लिए , उनके क्रिया कलाप से लेकर सोच और विचारधारा तक को अपने काबू में रखने के लिए तरह तरह के अनोखे नए कानून बना कर उन्हें लागू करता रहता है। हालाँकि इसके लिए कई बार चीनी सरकार को मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप झेलना पड़ा है किन्तु चीन है कि प्रयोगों से बाज नहीं आता।
चीन के नागरिक संस्कारों से सम्बंधित विधि में एक बहुत बड़ा प्रयोग किए जाने के समाचार पिछले दिनों प्रकाशित किए गए। चीन में अब बच्चों द्वारा जानबूझ कर की गई , गलतियाँ , अपराध , बेअदबी ,आदि के लिए माता पिता को दण्डित किया जा सकेगा।
चीन की कम्युनिस्ट सरकार द्वारा प्रस्तावित इस क़ानून का उद्देश्य -आजकल के बच्चों में बढ़ती उदण्डता ,सामाजिक व राजनैतिक दायित्वों से भागना , मोबाईल गेमिंग और इंटरनेट की लत , आदि बहुत सी प्रवृत्तियों के तेज़ी से वृद्धि होने के कारण -इसके लिए कहीं न कहीं माँ पिता और उनकी परवरिश को जिम्मेदार मानते ठहराते हुए एक तरह से उन्हें चेतावनी दे दी है।
इस प्रस्तावित क़ानून में न सिर्फ , राष्ट्र , स्वजनों और सत्ताधीन पार्टी के प्रति प्रेम और निष्ठा बनाए रखने के लिए बच्चों को प्रेरित करने , श्रेष्ठ जनों का आकर और छोटों से स्नेह ,से लेकर टीवी और मोबाइल देखने तक के लिए अलग अलग तरह के प्रावधान और नियम रखे गए हैं। इसका एक उद्देश्य माँ बाप को अपने बच्चों को समय देकर उनकी उचित परवरिश पर ध्यान दिलाने के लिए बाध्य करना भी है।