मदरसे में पढ़ाते तो नहीं बिगड़ता आर्यन : मौलाना शहाबुद्दीन

जब आपका वक्त बुरा आता है तो फिर आपको रास्ते का कोई उठाईगीरा भी कोई सी उल जलूल सलाह देने लगता है ताकि आप पर रुकी हुई कृपा बरसने लगे।  आजकल सबसे ज्यादा गर्दिश में तो शाहरुख खान के सितारे ही चल रहे हैं।

पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में ड्रग्स के जाल और उसके शिकंजे में फँसा पूरा फ़िल्मी जगत , की सारी कहानी एक एक करके दुनिया के सामने आती चली गई।  रिया बनर्जी से शुरू हुई कहानी , कहाँ कहाँ से होते हुए अब शाहरुख खान के बेटे आर्यन और उसके दोस्तों के साथ क्रूज़ पर की गई रेव पार्टी में आर्यन की गिरफ्तारी पर आकर टिक गई है।  

आर्यन फिलहाल जेल में हैं और अपनी जमानत का इंतज़ार कर रहे हैं।  ऐसे में उनके अपनी कौम के मौलाना जी ने उन्हें और दूसरों को भी नसीहत दी है।  मौलाना जी कहना है कि शाहरुख यदि मदरसे में आर्यन को पढ़ने भेजते , मज़हब की तालीम और इल्म से तवारुफ़ करवाते तो आज शाहरुख को ये दिन नहीं देखने पड़ते।

 

बकौल मौलाना जी , मदरसे में पढ़ कर इंसान जहीन और सलीकेदार , खुदापसन्द और ईमान वाला बन जाता है।  मदरसे में सभी बुरी आदतों से छुटकारा भी दिलाया जाता है और जिंदगी की अच्छी अच्छी बातें भी सिखाई समझाई जाती हैं।

मगर शाहरुख भी क्या करें ??? देख ही रहे हैं कि अभी तो चलो स्कूल में पढ़ कर बेटा सिर्फ धुआँ उड़ाते हुए ही पकड़ा गया है कहीं यदि मदरसे में पढ़ने जाता और कल होकर कोई हवाई जहाज या कोई शहर उड़ाता मिलता तो फिर तो मौलाना जी की ताबीज टोटका भी कुछ नहीं कर पाता।  वल्लाह

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