बहुल लम्बे समय से भारत के खिलाफ अपने मन में जहर भरे हुए कुछ खालिस्तानी सिक्खों ने , पहले भारत कनाडा के संबंधों का लाभ उठाते हुए वहां अपनी पहचान , अपना नाम रसूख और पैसा बनाया और फिर जब पूरी दुनिया में एक बार फिर से भारत अपने विकास और वैश्विक कद में आज सबसे ऊपर है तो आज कनाडा में बसे इन खालिस्तानियों ने कृतघ्नता की सारी हदें पार कर दीं।
खालिस्तानियों ने पहले अपने एक प्रदर्शन के दौरान , भारतीय तिरंगे को फुटबॉल पर लपेटा बल्कि उसे बार बार अपने पैरों तले रौंद रौंद कर खेलते रहे और भारत के खिलाफ नारे लगाते रहे और बेशर्मी से वीडियो बनाते रहे , ट्विट्टर पर बहुत सारे लोगों ने कनाडा के प्रधानमन्त्री ट्रुडो लानत मलामत की है , ट्रुडो को इससे पहले चीन के राष्ट्रपति ने भी सार्वजनिक रूप से लताड़ लगाईं थी और अभी हाल ही में जी 20 सम्मलेन में भाग लेने आए ट्रुडो पूरा समय नशे में पाए गए थे
हालात इतने बुरे हो गए हैं कि एक विशेष क्षेत्र में खालिस्तानियों ने कब्जा करके उस क्षेत्र को खालिस्तान घोषित कर दिया है और वहां खालिस्तानियों ने कई बार अन्य भारतीयों को वहां से निकल जाने की धमकी भी खुलेआम दी जिस पर कनाडा ने प्रशासनिक तौर पर भी चुप्पी साधे रखी है।
भारत के के बाद श्रीलंका ने भी कनाडा को आतंकियों का पनाहगाह बनने की राह पर जाता देश बता कर खेद और चिंता जताई है।